इस लेख में हम E. Coli Urinary Infection की समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा की चर्चा करेंगे।
नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, 80 से 90 प्रतिशत यूटीआई एस्चेरिचिया कोलाई (E. coli) नामक बैक्टीरिया के कारण होते हैं। यह बैक्टीरिया आमतौर पर पाचन तंत्र में मौजूद रहता है। कई किस्म के ई-कोलाई नुकसानदेह नहीं होते और हमारे आंत में बिना किसी बाधा के रहते है। परन्तु कई तरह के E. coli समस्याओं का कारण बन सकते हैं अगर यह हमारे मूत्र प्रणाली में प्रवेश करते है।
यूटीआई बहुत ही आम समस्या हैं। In fact, USA में हर साल 6 से 8 million UTI cases को ठीक किया जाता है। पुरुष इस रोग से immune नहीं है फिर भी महिलाओं को यूटीआई विकसित करने के लिए 30 गुना अधिक स्रोत हैं, कारण है उनके urinary tract का design.
यूटीआई इन्फेक्शन होने पर पेशाब के दौरान दर्द या जलन महसूस होना, बार बार पेशाब लगना, तत्काल पेशाब हो जाने का डर लगना, बदबूदार और कभी पेशाब में खून आना, पेट के निचले हिस्से या पेल्विस एरिया में दर्द होना जैसे लक्षण दीखते हैं।
ऐसे में यूरिन कल्चर करवाने की सलाह दी जाती है। एलोपैथी में सामान्यतः floxacin समूह के पहले से चौथे श्रेणी के एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं। इस एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल से समस्या ठीक हो जाती है परन्तु अधिक इस्तेमाल करने से पेट की समस्या, बड़ी आंत में दर्द, सिर दर्द, धुंधली दृष्टि, जोड़ो में दर्द, धड़कन बढ़ जाना और कमजोरी आ जाती है।
यहाँ एक केस की चर्चा करूँगा – बार-बार एंटीबायोटिक्स इस्तेमाल कर चुकने के बाद एक युवती, जोकि UTI से पीड़ित थी, (E. coli) बैक्टेरिया के कारण वो मेरे पास इलाज के लिए आई। जांच रिपोर्ट में देखा कि Pus cells 60 और blood count TLC 2500 था। TLC ब्लड काउंट का नार्मल रेंज 4000 – 11000 cells/ cubic millimeter होता है। महिला के रिपोर्ट में 2500 का तात्पर्य था कि खून में सफ़ेद रक्त कणिकाओं का स्तर कम होना, जो संक्रमण से लड़ने की ताकत पर असर डालता है। ऐसे में UTI बार-बार हो जाती। है। वह महिला बहुत कमजोर भी हो गई थी।
मैंने उसका इलाज होमियोपैथी से इस प्रकार शुरू किया :-
Berberis vulgaris Q, Equisetum 30 और cantharis 30 उसे देना शुरू किया और उसके रोग के लक्षणों को 24 घंटे में नियंत्रित कर लिया। यह दवा उसे 3 हफ़्तों तक दिया गया और रोगिणी समस्त रोग लक्षणों से मुक्त हो गई। उसकी दुर्बलता और अत्यधिक अवसन्नता के लिए मैंने उसे Carbo veg 30, Selenium 30 और Acid Phos 30 दिया और वह कुछ दिनों में पहले जैसी स्वस्थ हो गई।
E. coli हो जाए या किसी प्रकार का urinary infection हो जाये आप अपने होमियोपैथी डॉक्टर की सलाह पर दवा लेंगे तो रोग जड़ मूल से अवश्य ठीक हो जायेगा।