Homeopathic Medicines for Tremors: इस लेख में हम हाथ, पैर या सब शरीर का स्वयं कंपन करने की स्थिति की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानेंगे। हर दवा को उनके लक्षण के आधार पर इस्तेमाल करना होता है। रोगी के कोंस्टीटूशनल दवा का पता अवश्य करें, तभी समस्या जड़ से ठीक होगी।
हाथ, पैर या पूरे शरीर में कंपन का इलाज उसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करेगा। कंपन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि थकान, तनाव, नाजुकता या मेडिकल समस्याएं। यहां कुछ सामान्य कारण और उनके इलाज के बारे में बताया गया है।
थकान और तनाव: अधिक काम करने, तनाव के कारण हाथ-पैर में कंपन हो सकता है। इसका इलाज संतुलित आहार, पर्यापन, व्यायाम, और संतुलनित जीवनशैली के माध्यम से किया जा सकता है।
न्यूरोपैथी समस्या : नसों की कमजोरी के कारण हाथ-पैर में कंपन होता है।
पार्किंसन रोग: पार्किंसन रोग जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हाथ-पैर के कंपन का कारण बन सकती हैं। इसका इलाज डॉक्टर द्वारा प्राप्त किए गए Constitutional दवाओं के साथ निर्धारित किया जाता है।
हाथ, पैर या पूरे शरीर में कंपन का होम्योपैथिक इलाज
हाथ-पैर के कंपन का कारण भी किसी मेडिकल समस्या से जुड़ सकता है, जैसे कि डायबिटीज, थायराइड प्रॉब्लम, या विटामिन डी की कमी। इसका इलाज उस समस्या के आधार पर किया जाता है।
दवाओं का साइड इफेक्ट: कुछ दवाओं का सेवन करने के बाद हाथ-पैर में कंपन हो सकता है, जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट्स, या अन्य दवाएँ। इसके बारे में डॉक्टर से परामर्श करें। अधिक शराब के सेवन से भी ऐसी समस्या हो सकती है।
आपके हाथ-पैर में कंपन के कारण और इलाज के लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सक से मार्गदर्शन प्राप्त करना हमेशा सबसे अच्छा होता है। वह आपकी मेडिकल हिस्ट्री का अध्ययन करेंगे और सही इलाज की सिफारिश करेंगे।
Homeopathic Medicines for Tremors In Hindi
(1) Gelsemium 30 – ‘ कंपन’ इस औषधि का मुख्य लक्षण है । रोगी पाँओं से लड़खड़ाता है । सारा शरीर भारी हो जाता है। सारे शरीर में आलस छाया रहता है। रोगी को प्यास नहीं लगती। आँख, गला, छाती, स्वर-यन्त्र, हाथ-पैर आदि की मांस-पेशियों में पक्षाघात हो जाता है। डिफ्थीरिया के बाद के पक्षाघात में उपयोगी है। सर्दी या सीलन से अनेक रोग आ घेरते हैं, रोगी शीत- प्रधान है ।
(2) Argentum Nitricum 30 – यह भी Gelsemium की तरह काँपता है, कमजोरी से कंपन होता है । पिंडलियाँ अकड़ जाती हैं, पिंडलियों में बेहद कमजोरी महसूस होती है । अगर कोई देख न रहा हो, तो लड़खड़ाता चलता है । बाहें सुन्न हो जाती हैं, यह भी डिफ़्थीरिया के बाद या कामुक- जीवन बिताने के बाद के पक्षाघात में दिया जाता है। मीठे का शौकीन होता है । जेल्सीमियम का यह अनुपूरक (Complementary) है। दोनों में पक्षाघात के कंपन के लक्षण समान होने पर भी जेल्सीमियम शीत- प्रधान (Chilly) है, अर्जेन्ट्रम नाइट्रिकम ऊष्णता – प्रधान ( Hot) है, जेल्सीमियम के बाद अर्जेन्टम नाइट्रिकम दिया जा सकता है ।
(3) Agaricus 30 – इसमें भी कंपन है । जिस अंग में रोग होता है, उसमें ऐसी खुजली मचती है मानो वह अंग ठंड से जम गया हो । सारा शरीर अकड़ ( Stiff) जाता है । टांगों को एक-दूसरे पर रखने से सुन्न हो जाती हैं । कंपन, फुदकन, अंगों का अकड़ जाना, खुजली मचना, स्पर्श न सह सकना आदि इसके लक्षण हैं। जिन अंगों में कंपन होता है वे नीले तथा ठंडे पड़ जाते हैं ।
Video On Tremors
(4) Ignatia 200 – किसी Emotional cause से कंपन शुरु हो जाना ।
(5) Stramonium 30 – भय से कंपन शुरू होने पर उपयोगी है।
(6) Antim tart 30 – बाहर से न काँपते हुए भी शरीर के भीतर कंपन अनुभव करना, शराबियों का कंपन, किसी भी प्रकार की हरकत से हाथों का काँपने लगना ।
(7) Merc Sol 30 – जीभ का कंपन, जीभ के कंपन के कारण तुतलाना, किसी चीज़ को उठा न सकना, कंपन के कारण कलम से लिख न सकना, खाने के लिये हाथ न उठा सकना । इसके कंपन का प्रारम्भ अंगुलियों से होता है ।
(8) Physostigma 30 – नींद लेते ही एकदम झटका लगता है, सारे शरीर में धड़कन महसूस होती है, छाती तथा सिर में हृदय की धक्- धक् सुनाई पड़ती है, गले में भी हृदय की चाल अनुभव होती है ।
(9) Merc vivus 30 – पक्षाघात में कंपन ( Tremor ) का कारण अगर दबे हुए गोनोरिये का विष हो, या पसीना दब जाने से रोग की शुरुआत हो, तब दो । रोगी सर्दी-गर्मी किसी को भी बर्दाश्त नहीं कर सकता ।
(10) Strychninum 30 – अंग अकड़ जाते हैं, उनमें जबर्दस्त झटके लगते हैं, मुड़ते रहते हैं, काँपते हैं ।
Tremor के बारे में पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर ( FAQ )
प्रश्न :- Tremor की समस्या में Gelsemium 200 दवा चल रही है क्या दवा लेने के बाद अगर में शराब का सेवन करू तो दवा के क्रिया में कोई बदलाव आएगा या aggravation हो सकता है ?
उत्तर :- हम जानते हैं कि हर होम्योपैथिक दवा alcohol से बनती है तो अगर Tremor के बाद शराब का सेवन करेंगे तो उसकी क्रिया में बाधा अवश्य पड़ेगा। अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो अपने चिकित्सक को इसके बारे में जरूर बता दें, या शराब का सेवन करना बंद कर दें।
प्रश्न :- क्या मैं Tremor में Agaricus 200 दवा का सेवन कर सकता हूँ ?
उत्तर :- जी हाँ, अगर आपको इस दवा के लक्षण मिल रहे हैं तो आप Agaricus 200 का सेवन कर सकते हैं, अपने चिकित्सक से भी परामर्श अवश्य कर लें यह बहुत जरूरी है Agaricus 200 लेने से पहले चिकित्सक से पूछ लें।
प्रश्न :- क्या Tremor का दवा लेने से किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट हो सकता है ?
उत्तर :- हमेशा याद रखें Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा से aggravation हो सकता है पर साइड इफेक्ट नहीं। शुरू में लक्षण थोड़े बढ़ सकते हैं, बाद अपने आप ठीक हो जाता है।
प्रश्न :- Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन खाना खाने के पहले करना है या बाद में ?
उत्तर :- अगर आप Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन कर रहे तो खाना खाने के आधे घंटे पहले लें या फिर खाना खाने के आधे घंटे बाद भी लिया जा सकता है।
प्रश्न :- क्या Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन गर्भवती महिला कर सकती है ?
उत्तर :- होम्योपैथिक दवा का सेवन गर्भवती महिला कर सकती हैं, होमियोपैथी की सभी दवा गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित होती है। फिर भी दवा का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श कर लें।
प्रश्न :- क्या Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का उपयोग स्तनपान महिला कर सकती है ?
उत्तर :- Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन माता और बच्चा दोनों के लिए सुरक्षित है। फिर भी दवा के सेवन से पहले चिकित्सक की सलाह ले लें।
प्रश्न :- अगर मैं Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा का सेवन करूँ तो क्या इसका प्रभाव मेरे लिवर, किडनी और हृदय पर पड़ेगा ?
उत्तर :- जी नहीं ! होम्योपैथिक दवा का किसी प्रकार का कोई भी side effect नहीं है। दवा के सेवन से लिवर, किडनी और हृदय पर बुरा असर नहीं होता। फिर भी दवा लेने से पहले अपने चिकित्सक से पूछ लें।
प्रश्न :- Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा लेने में परहेज क्या रखना है?
उत्तर :- किसी भी होम्योपैथिक दवा का सेवन कर रहे हैं तो कच्चा प्याज, कच्चा लहसुन, हींग, खट्टी चीजें और coffee का सेवन न करें।
प्रश्न :- क्या Tremor की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा के साथ शराब का सेवन करना मना है?
उत्तर :- अगर आप होम्योपैथिक दवा का सेवन कर रहे और साथ में शराब का सेवन करेंगे तो दवा असर करने में समय लगेगा, शराब पीने में कम से कम 2 घंटे का अंतर रखें। सबसे अच्छा रहेगा शराब का सेवन बंद कर दें।
इस लेख में Tremor के विषय में जो बताया गया है वो सभी उम्र वालों के लिए है। दवा लेने से पहले कुशल चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।