नींद न आने के कारण : उदर-रोग, मानसिक-रोग, बेचैनी, भय, रक्त की कमी, अधिक भोजन या अधिक उपवास, नशा करना, चाय कॉफी का अधिक सेवन आदि के कारण नींद नहीं आती है अथवा आकर बार बार खुल जाती है।
नींद आने की होम्योपैथिक दवा ( nind na aane ke upay )
नींद के लिए एनाकार्डियम 30 – अत्यधिक मानसिक चिन्ता से नींद न आना, कुछ भी याद न रहना, रोगी का हमेशा दुःखी रहना, हर समय शपथ खाने या गाली देने की इच्छा होना, क्रोधी स्वभाव, रोगी को ऐसा लगे कि उसकी दो इक्छायें हैं जिनमे से एक काम करने को कहती है और दूसरी मना करती है। अपने को भूत प्रेत समझना, जल्दी जल्दी खाना पीना, प्रत्येक पदार्थ को स्वप्न समझना, मानसिक भ्रम आदि लक्षण के साथ अनिद्रा रोग होने में विशेष लाभप्रद है।
नींद के लिए ऐगरिकस मस्केरियस 30 , 200 – मन में विचारों की भरमार के कारण नींद न आने पर उपयोगी उपयोगी है।
नींद के लिए जेल्सीमिअम 30, 200 – मानसिक कष्टों के कारण नींद न आने पर देनी चाहिए।
नींद के लिए एकोनाइट 30, 200 – आधी रात बीत जाने के बाद नींद न आये, भय और चिंता के उपद्रव उठे तो लाभप्रद है।
नींद के लिए आर्जेन्टम मेट 30 – सोते ही शरीर में झटका लगे, धड़कन बढ़ जाये, मिचली आये, थकान महसूस हो – इन लक्षणों में दें।
नींद के लिए अर्निका 30 – रोगी निरंतर करवटें बदलता रहे, आधी रात के बाद बिलकुल भी सो न पाये तो दें।
नींद के लिए पैसिफलोरा Q – स्नायविक थकान के कारण नींद न आने पर लाभप्रद है।
नींद के लिए सिना 30 – कृमि-रोग के कारण नींद न आने पर उपयोगी है।
नींद के लिए सिमिसिफ्यूगा 6, 30 – शराबी लोगों की अनिद्रा में देवें।
जानें सिमिसिफ्यूगा के होम्योपैथिक उपयोग के बारे में
नींद के लिए सीपिया 30 – गर्भिणी की अनिद्रा में लाभ करती है ।