इस लेख में हम मोटापे की समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानेंगे।
आज के जीवन में नवयुवा पीढ़ी अपने शरीर के रख-रखाव के प्रति काफी सचेत रहते हैं। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी सुन्दर दिखने की लालसा दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। कई प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनो का इस्तेमाल आज बढ़-चढ़कर हो रहा है जिनके अनेकों साइड इफेक्ट्स भी हमें सुनने को मिलते रहते हैं। होमियोपैथी की सहायता से भी सुन्दर बना जा सकता है। सुंदरता में बाधक विकारों जैसे-मोटापा, दुबलापन, त्वचा की असुन्दरता इत्यादि को होम्योपैथिक औषधियों की मदद से आसानी से दूर किया जा सकता है। मोटापा जहाँ सौन्दर्य का दुश्मन है, वहीं यह अनेक मुसीबतों का कारण भी है। मोटे व्यक्ति सामान्य कार्य करने, चलने-फिरने दौड़ने आदि में कष्ट का अनुभव करते हैं। अब ज्यादा समय न लेते हुए हम होम्योपैथिक दवा की चर्चा करेंगे :-
Calotropis gigantea Q – इस दवा की 5 से 10 बून्द आधे कप पानी में मिलाकर प्रतिदिन 3 बार सेवन करने से कुछ ही दिनों में मोटापा कम होने लगता है और पेशियां मजबूत होने लगती है।
Phytolacca Berry Q – यह मोटापा घटाने की अत्यंत प्रसिद्ध दवा है। इस दवा के नियमित सेवन से मोटापा कम होने लगता है। इसके साथ Natrum Sulph 200 भी लेने से अधिक लाभ होता है।
Fucus Vesiculosus Q – एक प्रसिद्ध डॉक्टर यदुवीर सिन्हा लिखते हैं कि यह दवा मोटापा घटाने की सर्वोत्तम औषधि है, क्यूँकी इसमें आयोडीन प्रचुर मात्रा में होता है। इसका सेवन लम्बे समय तक करना चाहिए।
Calcarea Carb 200 – जिन व्यक्तियों की शारीरिक बनावट इस दवा के लक्षणों से मिलती-जुलती है उन्हें यह दवा देने से उनकी शारीरिक बनावट बदल जाती है और उनका मोटापा कम होने लगता है। Calcarea Carb का रोगी देखने में खूब मोटा-ताज़ा और चर्बी वाला होता है। हाथ-पैर पतले, माथा बड़ा, पेट और भी मोटा बड़ा और कड़ा दिखाई देता है। माथे में पसीना ज्यादा आता है, रोगी हमेशा अपने शरीर के भीतर ठंडक महसूस करता है और खुली हवा में टहलने से डरता है। देखने में स्थूलता परन्तु उसमे दुर्बलता होती है, थोड़े-से श्रम से हांप जाना। जरा सी ठण्ड लगते ही सर्दी लग जाना। ऐसे रोगी Calcarea Carb के रोगी होते हैं और अगर उन्हें Calcarea Carb 200 की 2 बून्द हर हफ्तें सेवन कराया जाये तो उनका मोटापा कम हो जाता है और प्रकृति भी बदल जाती है।
Graphites 200 – ऐसे व्यक्ति जिनका मोटापा बेढंगा है जैसे – पेट, कूल्हे आदि पर अधिक चर्बी एकत्र होकर बेडौल मोटापा बढ़ा हुआ है तो ऐसे व्यक्ति पर यह अच्छा काम करता है। अगर व्यक्ति गोरा है तो यह दवा उनपे ज्यादा काम काम करती है। यह व्यक्ति चर्म रोग से भी पीड़ित होता है। graphites के रोगी का मोटापा स्वस्थ-व्यक्ति का सुगठित शरीर का मोटापा नहीं होता, परन्तु शरीर को भिन्न-भिन्न स्थानों में अस्वस्थ चर्बी का भर जाना है, जो शरीर के पोषण की क्रिया के बिगड़ जाने से हुआ करता है। अगर उन्हें graphites 200 की 2 बून्द हर हफ्तें सेवन कराया जाये तो उनका मोटापा कम हो जाता है और प्रकृति भी बदल जाती है।
Podophyllum 30 – अगर मोटापे के कारण केवल पेट बढ़ रहा हो तो यह दवा देनी चाहिए। साथ में Natrum Sulph 12x देनी भी उपयोगी रहती है।