पेट का अल्ट्रासाउंड एक ऐसा परीक्षण है जिसका उपयोग पेट के विभिन्न अंगों को देखने के लिए किया जाता है जैसे – लिवर, पित्ताशय, प्लीहा, अग्नाश्य और गुर्दे इत्यादि।
आपको बता दें कि एक अल्ट्रासाउंड मशीन मानव शरीर के सभी अंगों और संरचनाओं की तस्वीरें लेता है। अल्ट्रासाउंड मशीन शरीर के अंदर ध्वनि तरंगों को भेजता है जो शरीर संरचनाओं को प्रतिबिम्बित करती है। इसके बाद एक ख़ास तरह का कंप्यूटर इन तरंगों को प्राप्त करता है तथा उनका उपयोग चित्र बनाने के लिए करता है। आपको बता दें कि एक्स-रे या सिटी स्कैन के विपरीत, यह परीक्षण किसी भी तरह अन्य विकिरण का उपयोग नहीं करता है।
पेट का अल्ट्रासाउंड करने की प्रक्रिया
पेट का अल्ट्रासाउंड परीक्षण के दौरान व्यक्ति को एक बेड पर लेटाया जाता है। उसके बाद उसके पेट पर जेलनुमा पानी त्वचा पर लगाया जाता है। यह जेल ध्वनि तरंगों के संचरण में मददगार साबित होता है। इसके बाद पेट के ऊपर एक हाथ से चलने वाला मशीन ट्रांसड्यूसर कहा जाता है, उसे पेट पर चलाया जाता है।
पेट का अल्ट्रासाउंड की तैयारी
यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह इस टेस्ट के लिए खुद को किस प्रकार तैयार करता है। व्यक्ति को इस परीक्षण से पूर्व ही सूचित कर दिया जाता है कि न तो कुछ खाएं, न ही पिए। अल्ट्रासाउंड करने से पहले पेशेंट को मूत्र लगना जरुरी है इसलिए उसे पानी पीने को कहा जाता है। मूत्र लगने के बाद ही पेशेंट का सलाहकार उसे अपने तरीके से ट्रीट कर सकता है।
पेट के अल्ट्रासाउंड के परीक्षण के दौरान थोड़ी असुविधा महसूस होती है। व्यक्ति को पेट पर लगाया गया जेल थोड़ा ठंडा गीला महसूस हो सकता है।
पेट का अल्ट्रासाउंड परीक्षण क्यों किया जाता है ?
- ट्यूमर और कैंसर का निदान और देख-रेख करने के लिए
- पित्ताशय की थैली या गुर्दों में पथरी की जांच के लिए
- पेट के अंगों में सूजन के बारे में पता लगाने के लिए
- चोट के बाद नुकसान का पता लगाने के लिए
- जलोदर का निदान ढूंढने के लिए
- पेट दर्द का कारण पता लगाने के लिए
- गुर्दा संक्रमण का कारण पता लगाने के लिए
- किडनी परीक्षण के लिए
- बुखार के कारण का पता लगाने के लिए
- प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड करने से बच्चे के आकार, सेहत, साइज और वजन की जानकारी ले सकते हैं।
- अल्ट्रासाउंड से प्रेग्नेंसी का टेस्ट 100% सही रहता है। अगर प्रेग्नेंसी किट सही निष्कर्ष न दे तो अल्ट्रासाउंड जरूर करवाएं।
पेट का अल्ट्रासाउंड परीक्षण का परिणाम
पेट का अल्ट्रासाउंड परीक्षण के बाद अंग की जांच सामान्य दिखाई देती है।
पेट का अल्ट्रासाउंड ऐसी स्थिति का संकेत दे सकता है : –
- फोड़ा
- पथरी
- लिवर ट्यूमर
- सिरोसिस
- प्लीहा में बढ़ोतरी
- पित्ताशय की पथरी
- पित्त नलिकाओं में बाधा
- अग्नाशय में सूजन
- पोर्टल हाइपरटेंशन
अल्ट्रासाउंड कराने की कीमत
अल्ट्रासाउंड कराने की कीमत 500 रूपए से शुरू हो जाती है परन्तु अलग-अलग जगह मूल्य में अंतर आ सकता है। अल्ट्रासाउंड अगर गवर्नमेंट हॉस्पिटल से कराया जाए तो कीमत काफी कम लगती है, इसलिए वहां से कराने की मैं जरूर सिफारिश करूँगा।