हर्पिस जोस्टर, स्तन का कैंसर, कैन्सरस-ट्यूमर, बवासीर, मुख के अंदर भयानक घाव, जीभ का कैंसर, जीभ के घाव से रक्त निकलना व जीभ में भयानक चुभने की तरह दर्द, इरिसिपेलस की तरह उदभेद, मस्से प्रभृति में इसे व्यवहार कर देखें।
Sempervivum Tectorum का उपयोग निम्न लक्षणों के आधार पर किया जाता है :-
- जीभ पर जख्म हो जाना, खून निकलना, मुंह के अंदर जख्म होना, रात में अधिक दर्द होना, जीभ का कैंसर, कुछ खा नहीं पाना, छूते ही दर्द बढ़ जाने के लक्षण में Sempervivum Tectorum का उपयोग लाभ करता है।
- शरीर पर मस्से और घट्टे निकलना, त्वचा पे पीबयुक्त दाने निकलना, छाले हो जाना इत्यादि लक्षण में Sempervivum Tectorum उपयोग फायदा देता है।
सम्बन्ध – सेम्परवाइवम टेक्टोरम की तुलना फाइकस कैरिका, सेडम एक्रे, कोटा इलेडन से किया जा सकता है।
मात्रा – सेम्परवाइवम टेक्टोरम का उपयोग मूलार्क या 2 शक्ति में करना ज्यादा लाभ देता है। कीड़ों, मधुमक्खी के काटने पर और विषैले घाव पर इसका बाहरी प्रयोग किया जाता है।