थाइसिस के फुसफुस से रक्तस्राव होना, ब्रोंकाइटिस में अत्यधिक मात्रा में पीब की तरह सर्दी निकलने के साथ खाँसी, कफ में खून के छींटें, श्वास-कष्ट। पेशाब के रोग में भी सेलिडेगा विर्गो लाभ करता है।
निम्नलिखित लक्षणों में सेलिडेगा विर्गो का प्रयोग अच्छा रहता है :-
- रोगी के जननेंद्रिय में बहुत खुजली होती है, खुजाने से निशान पड़ जाते हैं, जननेंद्रिय में चेचक जैसे दाने निकलना और सूजन में इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।
- रोगी के किडनी में रक्त का बहाव कम हो जाने से पीठ में होने वाले दर्द में सेलिडेगा विर्गो लाभ देता है।
- पेशाब का रंग लाल या बादामी होना, पेशाब करते समय जलन, किडनी में स्टोन होना, पेशाब करते समय दर्द के साथ खून और श्लेष्मा आना, पेशाब में बहुत बदबू इत्यादि लक्षण में सेलिडेगा विर्गो के सेवन से लाभ होता है।
- बहुत अधिक मात्रा में बलगम आना, बलगम के साथ खून मिला होना, बलगम के कारण सांस लेने में परेशानी होना, रात में पेशाब में जलन और दमा की परेशानी जैसे लक्षण में सेलिडेगा विर्गो के सेवन से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
- गर्भाशय का बड़ा हो जाना, इसके कारण मूत्राशय पर नीचे की और दबाव होना, सौत्रिक अर्बुद में इस दवा का उपयोग करें।
- जीभ पर मोटी सफेद परत, रात में सोने पर मुंह का स्वाद बिगड़ जाना, भूख की कमी, पेशाब में खट्टापन जैसे लक्षण में भी सेलिडेगा विर्गो का प्रयोग अच्छा है।
- बार-बार अधिक मात्रा में छींक और नाक से स्राव गिरने जैसे लक्षण में भी उपयोगी है।
सम्बन्ध – आयडोफार्म 2x गोल्डेन रॉड के जहर को नष्ट करती है । आर्सेनिक से तुलना की जा सकती है।
मात्रा – मदर टिंचर और 3 शक्ति के उपयोग से ज्यादा और शीघ्र फायदा होता है।