हैलीबोरेन्ज (Haliborange) (ग्लैक्सो कंपनी) – इसमें विटामिन ‘ए’, ‘सी’ और ‘डी’ होती है। छोटे बच्चों को चौथाई से आधी चम्मच दिन में दो-तीन बार, बड़े बच्चों को आधी चम्मच और बड़ों को 1 से 2 चम्मच तक दिन में दो बार पिलायें ।
एडेक्सोलीन कैप्सूल (Adexolin) (ग्लैक्सो कंपनी) – इसमें विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ होता है। विटामिन ‘ए’ की मात्रा कैप्सूल में 6000 यूनिट तथा लिक्विड के एक मि. ली. में 12000 यूनिट होती है ।
एडेक्सोलीन लिक्विड छोटे बच्चों को 2-3 बूंद (अधिकतम 10 बूंद तक), बड़े बच्चों को 12 से 20 बूंद तक दिन में 3 बार दें ।
एडेक्सोलीन कैप्सूल बड़ों को एक से तीन कैप्सूल प्रतिदिन और इसी नाम से प्राप्त लिक्विड की 20 बूंदों की प्रति मात्रा में दिन में 3 बार दें।
गुण – कीटाणुओं का संक्रमण, फेफड़ों की कमजोरी, पुराना जुकाम, खाँसी, क्षय, ब्रोंकाइटिस, वृहदान्त्र शोथ, शारीरिक कमजोरी, अन्तड़ियों का शुष्क हो जाना, वजन गिरते जाना, सूखा रोग, भूख न लगना, मूत्राशय में सूजन के कारण दर्द और बार-बार मूत्र आना, आमाशय और अन्तड़ियों की कमजोरी में यह विटामिन लाभप्रद है ।
ऐरोविट टैबलेट (Arovit Tablet) (रोश कम्पनी) – इस नाम से विटामिन ए से निर्मित गोलियाँ, ड्राप्स और इन्जेक्शन मिलते हैं । लाभ विटामिन ए के अनुसार हैं ।
अरचितोल इंजेक्शन Arachitol Injection – यह केवल विटामिन डी का इंजेक्शन है। रिकेट्स, अस्थिमृदुता ( Osteomalacia ), hypoparathyroidism रोग में इसका 5 हजार से 50 हजार अन्तरा (ई. ए. डी.) (यू एस. वी. एण्ड कम्पनी द्वारा निर्मित ड्राप्स शिशुओं को पिलाया जाता है । इन दोनों के संयोग से विटामिन ए, डी की कमी पूरी हो जाती है ।
शार्कोलिन-डी (Sharkolin-D) (निर्माता शेटी) – इस औषध को शार्क मछली के शुद्ध तेल को मूंगफली के रिफाइंड तेल और विटामिन ‘डी’ में मिलाकर बनाया गया है । इसके एक छोटे चम्मच में 6000 यूनिट विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ होता है । बच्चे, बूढ़े इसको आसानी से पी सकते हैं क्योंकि इसमें मछली के तेल की भाँति दुर्गन्ध या बुरा स्वाद नहीं है और न ही पीने में कष्ट होता है। यह बहुत ही शक्ति देने वाली दवा है ।
इसी योग को एलेम्बिक कम्पनी Sharkoferrol शार्कोफिरॉल सिरप के नाम से (इसमें उपर्युक्त विटामिन के अतिरिक्त आयरन ऑक्साइड, कैल्शियम ग्लुकोनेट, विटामिन B1, B2 और नियासिनामाइड भली-भाँति मिला हुआ है) और हाफकिन इन्स्टिट्यूट ‘शार्कोविट’ के नाम से बेच रही है ।
वाइडेल्टा (Videlta) (सायनेमिड) – इसका इमल्शन मिलता है ! इसमें विटामिन ए, डी होता है। यह सुगन्धित भी है। शिशुओं को एक चम्मच प्रतिदिन और बच्चों को दो चम्मच प्रतिदिन दें ।
एडीप्लोन-12 (Adiplon-12) (खण्डेलवाल) – इसमें विटामिन ए, सी बी-12 और विटामिन डी है। यह ड्रॉप्स के रूप में प्राप्त है । बच्चों को 4 से 8 बूंद बड़ों को 10 से 18 बूंदों की मात्रा में प्रतिदिन प्रयोग करायें ।
एब्डेक ड्रॉप (Abdec Drops) (पार्क डेविस) – विटामिन A, B, D, B2, B6, सोडियम पैन्टोथिनेट, निकोटिनामाइड और विटामिन सी के सम्मिश्रण से निर्मित यह ड्रॉप 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों को 0.3 मि.ली. बड़े बच्चों को तथा वयस्कों को 0. 6 मिलीलीटर या आवश्यकतानुसार अधिक मात्रा में प्रतिदिन सेवन कराना चाहिए।
बीट्रिऑन (Beetrion Tablet) (फ्रेंको इंडियन) – विटामिन ए, डी3, बी1, बी2, बी6, ई, नियासिनामाइड, कैल्शियम, पेन्टोथिनेट, फोलिक एसिड, बी12, विटामिन सी, फेरस सल्फ, जिंक सल्फ, पोटेशियम आयोडाइड, मैग्नेशियम ऑक्साइड और मैग्नेशियम सल्फेट के सम्मिलन से निर्मित टिकिया आती है। इसकी एक टिकिया प्रतिदिन खिलायें। यह औषध विटामिन बी कम्पलेक्स और विटामिन ए, डी, सी, ई, और मिनरल्स की कमी से होने वाले विकारों को शान्त करती है।
Carofral – यह केवल विटामिन ‘ए’ पदार्थ से निर्मित 50 हजार शक्ति वाली टिकिया है । इसका इन्जेक्शन (एम्पूल) भी 2 मि.ली. का आता है। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए इसकी 1 टिकिया सप्ताह में एक बार तथा चिकित्सा करने के उद्देश्य से एक टिकिया प्रतिदिन खिलानी चाहिए । इन्जेक्शन रोग प्रतिरोधक सुरक्षा के लिए 2 मि.ली. 1 या 2 मास बाद तथा चिकित्सार्थ 2 मि.ली. प्रत्येक 1 या 2 सप्ताह बाद माँस में लगाना चाहिए। यह विटामिन ‘ए’ की कमी से होने वाले रोग सोरायसिस, इक्थीओसिस रोगों में लाभप्रद है। किन्तु, शिशुओं और बच्चो को अधिक मात्रा तथा दीर्घकाल तक औषधि का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
एडीनोल कैप्सूल (Edinol Capsule) – यह विटामिन ए, डी3, सी, ई, बी1, बी2, बी6, बी12, फोलिक एसिड, निकोटिनामाइड, फेरम सल्फ, सूखे यीस्ट, कॉपर सल्फ, कैल्शियम पैन्टोथिनेट, पेन्टोथिनाल के सम्मिश्रण से निर्मित कैप्सूल हैं। यह विटामिनों की कमी से उत्पन्न रोगों में लाभप्रद है । आवश्यकतानुसार एक कैप्सूल दिन में एक बार या अधिक बार दें ।
कैल्सिरोल – यह ग्रेन्यूल्स के रूप में विटामिन D3 का 6 लाख यूनिट का एक ग्राम की मात्रा का पैक है। यह रिकेट्स, अस्थिमृदुता (Osteomalacia) विटामिन डी का अभाव तथा गर्भावस्था में गुणकारी है। एक ग्राम ग्रेन्यूल्स मुख से 3-4 सप्ताह के अन्तर पर अथवा आवश्यकतानुसार पिलायें ।
होवाइट ड्रॉप (Hovite Syrup) – विटामिन डी-3, विटामिन A, E, B1, B2, B6, निकोटिनोमाइड डी. एल. पेंथेनॉल और विटामिन सी का मिश्रण है, जो ड्रॉप और सीरप के रूप में मिलता है। बच्चों को ड्रॉप 8 बूंद प्रतिदिन तथा वयस्कों को सीरप 5 मि.ली. दो बार प्रतिदिन पिलायें ।