सीपिया कटलफिश की स्याही से बनाया जाता है। यह syco-syphilitic miasm के अंतर्गत आता है। सीपिया महिला की मुख्य भावना यह है कि उसे अपने इरादों के विपरीत काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जो वह करना नहीं चाहती है। ऐसी पुरानी स्थिति जिसमें कोई व्यक्ति या परिस्थिति उस पर हावी हो गई है और उसे अपना रास्ता नहीं बनाने दिया गया है। उसे लगता है कि उसका शरीर बेढंगा और अनाकर्षक है, खासकर अपने पति या जिसे वह चाहती है। उसे खुश रखने के लिए, ताकि वह उसके द्वारा स्वीकार किया जाए, उसे वह सब करना पड़ता है जो वह करना नहीं चाहती है। वह अपनी इच्छा के विरुद्ध परिस्थितियों को स्वीकार करने के लिए मजबूर महसूस करती है। यह उसे दुखी करता है और वह दुर्भाग्यपूर्ण महसूस करती है।
सीपिया में आत्म-निर्भरता की भावना है। उसका एक पक्ष है कहता है: “वह करो जो तुम करना चाहते हो, स्वतंत्र बनो, खुद को महसूस करो” और वास्तव में सीपिया मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को महसूस करना, खुद में रहना, आत्म-निर्भरता पसंद करती है; उसे जॉब करना, नृत्य करना आदि पसंद हैं। लेकिन अगर वह बहुत अधिक स्वतंत्र होती है तो अपने पति और बच्चों को खुश नहीं रख पाएगी। इसलिए अक्सर उसे वो काम करने के लिए मजबूर किया जाता है जो वह नहीं करना चाहती।
एक सीपिया स्त्री जो शुरू से ही स्वतंत्र है। लेकिन विभिन्न जीवन स्थितियों में वह उन चीजों को करने के लिए मजबूर हो जाएगी जो वह नहीं चाहतीं। तो तलाक या अलगाव होता है। लेकिन ज्यादातर मामलों में, वह अपने करियर को आगे बढ़ाते हुए अपने पति और बच्चों को खुश रखने की कोशिश करती है। हर समय व्यस्त रहने के कारण वह दुखी और थकी हुई महसूस करने लगती है। यह स्थिति धीरे-धीरे निराशा और उदासीनता की ओर ले जाती है, वह इन परिस्थिति से राहत पाने की कोशिश करती है। वह अपने आप में वापस आ जाती है और अपने पति और बच्चों के प्रति विमुख हो जाती है, अर्थात उसको अपने पति या बच्चों से प्रेम पहले जैसा नहीं रहता। मैंने देखा है कि इस अवस्था में सीपिया महिलाएं दवा लेना भी पसंद नहीं करती हैं।
सीपिया खुद में थकी महसूस करती है, सम्भोग नहीं करना चाहती है, लेकिन अपने पति को खुश रखने के लिए, वह अपनी इच्छा के विरुद्ध करती है, इस प्रकार अपनी इच्छा के विरुद्ध ऐसा करने के लिए मजबूर महसूस करती है।
सीपिया अपनी ईर्ष्या और सांपों के सपनों के साथ लैकेसिस के समान है, लेकिन लैकेसिस में खुद को आकर्षक रखने का लक्षण अधिक है। यह ऐसा है जैसे कोई प्रतिस्पर्धा है और उसे जीतना है। अगर वह ऐसा करती है, तो सब ठीक है। सीपिया में मायूसी होती है, रिश्तों से कोई उम्मीद नहीं होती। सीपिया, टारेण्टुला हिस्पानिया के लक्षण के भी करीब है, क्योंकि टारेण्टुला हिस्पानिया में भी एकतरफा प्यार और आकर्षक होने के लक्षण हैं। नृत्य, आकर्षक दिखना, उन्माद और कटाक्ष दोनों के लिए सामान्य हैं और एक सीपिया रोगी अक्सर टारेण्टुला की तरह लग सकता है। टारेंटयुला भी बहुत मेहनती है। लेकिन सीपिया में इच्छाशक्ति का विरोधाभास मौजूद नहीं है जबकि टारेंटयुला में छल-कपट, शरारत, विरोधाभास अधिक प्रबल है।
सीपिया, नेट्रम म्यूर के सबसे करीब आता है। दोनों में प्यार में निराशा के लक्षण है। लेकिन नेट्रम म्यूर की निर्भरता बहुत अधिक है। नेट्रम म्यूर की मुख्य समस्या संबंध और व्यवसाय के बीच नहीं है, जैसा कि सेपिया में है, नेट्रम म्यूर की समस्या रिश्तों को बनाने और तोड़ने के बीच है। ऐसा समझें कि सीपिया बड़ा गोला है, जिसका एक हिस्सा नेट्रम म्यूर है। नेट्रम म्यूर में सहवास आशा पैदा करता है, परन्तु सीपिया में भ्रम पैदा करता है। सीपिया शीत प्रकृति है जबकि नेट्रम म्यूर ग्रीष्म प्रकृति है।
सीपिया के मुख्य लक्षण :
- अपने इच्छा के विपरीत चीजों को अंजाम देना
- विरोधाभास से क्रोध आना
- प्रियजनों के प्रति उदासीनता
- भ्रम कि वह दुर्भाग्यशाली है।
- मानसिक परिश्रम से लक्षण बढ़ जाता है।
- गरीबी का डर।
- हिस्टीरिया के लक्षण
- हर चीज के प्रति उदासीनता।
- सीपिया मेहनती होता है ।
- चिड़चिड़ापन जोकि सांत्वना से बढ़ जाती है।
- अपनी बीमारी के बारे में बताते हुए रो देती है।
- सिर दर्द के दौरान पलकों का गिरना।
- नाक के पास झाई होना
- सर्दियों में त्वचा में दरारें पड़ती है।
- किसी के स्वास्थ्य पर उदासी।
- हाथों और घुटनों के बल लेटने से आराम मिलता है।
- घरेलु कार्य करने की इच्छा नहीं करना