यदि आपके पसीने से बहुत बदबू आती है, तो नहाने के पानी में थोड़ा (एक बाल्टी पानी में दो बड़े चम्मच) सिरका डाल दें। उस पानी से नहाएं व बगलों को भी भली भांति धोएं।
रूई के फाहों को यू-डी-कोलोन में भिगोकर बगलों में दबा लें। सूख जाने पर फेंक दें। फिर बगलों में पाउडर लगा लें।
नहाते समय झांवे से हाथ-पैर, पीठ व गरदन के नीचे रगड़े – साबुन मलने से पहले भी व साबुन मलते समय भी। यदि आप लगभग रोज बालों पर पानी डालते हैं, तो उस पानी में आधा नीबू का रस मिला लें।
तुलसी के पत्तों को उबाल कर पानी छान लें। इस पानी को दो-तीन लोटे पानी में मिलाकर रखें और ठंडा होने दें। नहाने के बाद इसी पानी को शरीर पर डालें। हरी पत्तेदार सब्जियां व हरे रंग की अन्य सब्जियां – जैसे खीरा, ककड़ी आदि खाएं। इससे भी पसीने की बदबू कम हो जाएगी।
पसीने की बदबू दूर करने के उपाय
अत्यधिक, चिपचिपा पसीना – रोगी गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाता हो तो – ‘मर्कसॉल’ 30 एवं 200 में।
स्थान विशेष का पसीना – ‘कैल्केरिया कार्ब’ 200 की तीन खुराक।
खूनी पसीना – ‘क्रोटेलस’।
अत्यधिक गर्म पसीना – ‘लेकेसिस’ 200, ‘ओपियम’ 30, ‘कैमोमिला’ 30
मीठा पसीना (पसीने पर मक्खियां बैठती हैं) – ‘केलेडियम’ 30
अत्यधिक बदबूदार पसीना – ‘मर्कसॉल ‘200, ‘रयूम’ 30, ‘साइलेशिया’ 30, ‘सल्फ्यूरिक एसिड’ 30 में लें।
पसीने से कपड़े पीले हो जाएं – ‘मर्कसॉल’ 200
ठंडा पसीना – ‘वेरेट्रम एल्बम’ 30
सिर्फ काम करते समय ही पसीना आए, तो – ‘सैमब्युकस’ 30
पसीना आने के बाद रोगी राहत महसूस करे, तो – ‘सोराइनम’ 200, ‘नेट्रमम्यूर’ 200, ‘आर्सेनिक’ 30