[ अखरोट वृक्ष के पत्ते से इसकी टिंचर बनाई जाती है ] – हूपिंग खांसी की प्रथमावस्था में यह औषधि अत्यन्त उपयोगी है। हूपिंग खांसी की प्रथमावस्था में जब अत्यन्त आक्षेपिक सूखी खांसी घंटी बजने जैसी आवाज के साथ होती है, ऐंठनयुक्त बहुत तेज खांसी। गरम पेय पदार्थों की इच्छा, अत्यधिक प्यास भूख का अभाव, गाढ़ा पेशाब, पतले दस्त। कमर में तेज दर्द, सीधा खड़ा नही हुआ जाता, तो इस दवा काफी फायदा होता है ।
सम्बन्ध (Relations) – पर्टूसिन, ड्रासेरा, मेफाइटिस, नैफ्थालिन, अमोनि-ब्रोमैं से तुलना करो।
मात्रा – मूलार्क।