इस पोस्ट में हम डेंगू के लक्षण और उसके होम्योपैथिक इलाज के बारे में जानेंगे।
डेंगू फीवर हमारे देश में बहुत ज्यादा फैल गया है और हर शहर में इसके मरीज होते ही हैं। डेंगू का बुखार एक वायरल डिसीज है जो कि डेंगू वायरस के कारण होता है। ये वायरस abis aegypti प्रजाति के मच्छर में पाया जाता है और इसी मच्छर द्वारा काटने से ये वायरस मनुष्यों में प्रविष्ट हो जाते हैं। इस प्रजाति के मच्छर द्वारा काटने के लगभग 4 से 12 दिनों के अंदर डेंगू के लक्षण हमे दिखने लग जाते हैं।
डेंगू के लक्षण में सबसे पहले सिर दर्द होता है, उसके बाद पूरे शरीर में दर्द होने लगता है फिर बुखार आने शुरू हो जाते हैं। जैसे अगर आज मुझे मच्छर ने काटा तो करीब चौथे दिन थोड़ा-थोड़ा सिर दर्द शुरू हो जाता है और छठे दिन बुखार आ जाता है। फिर बुखार बहुत बढ़ जाता है और पूरे बदन में दर्द बढ़ जाता है। उल्टियां आने लग जाती है और खासकर जॉइंट्स में दर्द होता है। बुखार और बदन दर्द धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा। अगर डेंगू है तो शरीर में लाल रंग के और छोटे-छोटे दाने पड़ने लगते हैं। इन लक्षणो को देख कर तुरंत डेंगू की जांच करवा लें।
डेंगू 4 से 7 दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है परन्तु इसके साथ बहुत सारी चिंताएं जुडी रहती है।
डेंगू में ब्लड प्लेटलेट्स अचानक और तेजी से कम हो जाते हैं। मरीज बहुत कमजोर हो जाता है और प्लेटलेट्स ज्यादा कम हो जाने के कारण रोगी की मृत्यु भी हो जाती है। इसमें सबसे खास बात यही होती है की रोगी का प्लेटलेट्स 1 लाख से कम न होने दें।
10 लोगों में 7 का डेंगू अपने आप ठीक हो जाता है परन्तु ऐसा देखा गया है कि बाकि 3 लोगों में लक्षण अचानक से और बढ़ जाया करते हैं। पहले उनका बुखार और बढ़ जाता है, फिर वो रोगी एक स्थान पर बैठे नहीं रह पाता है, पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है, अंत में खून शरीर से बाहर निकलने लगता है।
ऐसे में ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या और कम हो जाती है और अगर रोगी को अच्छे से ट्रीटमेंट न मिली तो उसकी मृत्यु हो जाती है।
डेंगू की होम्योपैथिक दवा
( Homeopathic Medicine For Dengue )
Eupatorium perfoliatum – ये डेंगू की बहुत अच्छी मेडिसिन है और खास कर जब शहर में डेंगू फैली हुई है तो इसका प्रयोग करने से डेंगू से बचा जा सकता है। अगर फैमिली में बच्चे हैं तो Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में दो बून्द सुबह-शाम दें। बड़ों को Eupatorium perfoliatum 200 पोटेंसी में दो बून्द दिन में एक बार दे सकते हैं। अगर पता लगे की आपको डेंगू बुखार हो गया है तो Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में दो बून्द दिन में 3 से 4 बार लें।
Gelsemium Sempervirens – अगर डेंगू में बुखार के साथ कमजोरी महसूस हो तो ये दवा बहुत अच्छा काम करती है। Gelsemium Sempervirens 30 पोटेंसी में दो बून्द दिन में 3 बार लें।
अगर डेंगू होने पे बुखार के साथ शरीर में बहुत ज्यादा दर्द हो तो तीन मेडिसिन बहुत ही उपयोगी है :-
1st ) Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
2nd ) Rhus Tox 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
3rd ) Bryonia 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
ये तीनो दवा लेने से 5 दिनों में डेंगू ठीक हो जायेगा।
अगर डेंगू में बुखार के साथ बहुत तेज सिर दर्द हो तो Belladonna 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें और साथ में Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
अगर डेंगू में बुखार के साथ बहुत ज्यादा उल्टियां होने लगी हैं तो ipecacuanha 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें और साथ में Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
अगर डेंगू के लक्षण बढ़ जाये बुखार, पेट दर्द होने के साथ में रक्त का स्राव होने लगे तो ये चार मेडिसिन बहुत ही उपयोगी है :-
1st ) China officinalis 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
2nd ) Hamamelis 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
3rd ) Eupatorium perfoliatum 30 पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
4th ) Lachesis 200 पोटेंसी में दो बून्द दिन में एक बार लेना है।
डेंगू के केस में ये दो मेडिसिन इस्तेमाल करें जोकि ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करती है।
1st ) Carica papaya mother tincture इसकी 20 बून्द आधे कप पानी के साथ दिन में 3 से 4 बार लें।
2nd ) Ocimum sanctum mother tincture इसकी 20 बून्द आधे कप पानी के साथ दिन में 3 से 4 बार लें।
इन दोनों को लगातार लेते रहने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ता है और इम्युनिटी भी बढ़ती है।