आंतों में शुष्कता बढ़ने के कारण वायु मल को नीचे की तरफ सरकाने में असमर्थ हो जाता है। यही स्थिति कब्ज कहलाती है। इस रोग में अरुचि, पेट में भारीपन, सुस्ती, बेचैनी, बदन दर्द, अफरा, मिचली, सिर दर्द आदि के उपसर्ग पैदा हो जाते हैं। कब्ज (कोष्ठबद्धता) का घरेलू उपचार इस प्रकार करें –
हरा धनिया – हरा धनिया, काला नमक एवं कालीमिर्च – तीनों को मिलाकर चटनी बनाकर चाटने से कब्ज में लाभ होता है।
नीबू – एक नीबू का रस हल्के गरम पानी के साथ रात्रि में लेने से प्रात:काल शौच खुलकर आता है।
नीबू का रस और शक्कर – दोनों 12-12 ग्राम एक गिलास पानी में मिलाकर रात को सोते समय पीने से पुराना कब्ज भी ठीक हो जाता है।
सौंफ – रात को सोते समय आधा चम्मच पिसी हुई सौंफ की फंकी गरम पानी के साथ लेने से कब्ज दूर होता है।
सोठ – दालचीनी, सोठ, इलायची तथा जरा-सी सौंफ – इन सबको मिलाकर खाते रहने से कब्ज का रोग ठीक हो जाता है।
बेल – पके हुए ताजे बेल का गूदा पानी में मसलकर शरबत बनाकर पीने से कब्ज में बहुत लाभ होता है। यह आंतों का सारा मल बाहर निकाल देता है।
टमाटर – कब्ज दूर करने के लिए टमाटर अचूक दवा का काम करता है। यह आमाशय एवं आंतों में जमा मल-पदार्थ निकालने और अंगों में चेतनता प्रदान करने में बड़ी मदद पहुंचाता है। शरीर के अन्दरूनी अवयवों को स्फूर्ति देता है।
अांवला – रात में एक चम्मच पिसा हुआ आंवला पानी या दूध के साथ लेने से प्रात:काल शौच साफ आता है और कब्ज दूर होता है।
मूली – मूली पर नमक और कालीमिर्च डालकर भोजन के साथ नित्य दो माह तक खाएं। इससे कब्ज दूर हो जाता है।
पपीता – कब्ज में पका हुआ पपीता खाना लाभप्रद रहता है।
छुहारा – प्रात:काल दो छुहारे पानी में भिगो दें। रात को इन्हें चबा-चबाकर खाएं। भोजन कम करें। रात को दो छुआरे दूध में उबालकर भी ले सकते हैं। इससे कब्ज दूर हो जाएगा।
प्याज – एक कच्चा प्याज नित्य भोजन के साथ खाने पर पुराने से पुराना कब्ज भी ठीक हो जाता है।
गुलकन्द – दो चम्मच गुलकन्द के साथ एक गिलास हल्का गर्म दूध रात्रि को सोते समय पी लें। प्रातः खुलकर दस्त आएगा और पेट साफ होकर कब्ज दूर हो जाएगा।
आम – कब्ज को तोड़ने के लिए आम खाकर एक गिलास पानी पीना चाहिए।
आडू का रस – कब्ज को जल्दी दूर करने के लिए आधा कप आडू का रस लेना चाहिए।
सन्तरे का जूस – यदि आप प्रात:काल ब्रुश करने के बाद पानी मिला सन्तरे का एक गिलास जूस पी लें तो आपको कब्ज कभी नहीं होगा।
अंजीर – खाना खाने के बाद दो तीन अंजीर खाने से कब्ज नहीं रहता।
हर्र, बहेड़ा व आंवला – बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक पीस लें। इसे 50 ग्राम दूध के साथ खाने से कब्ज दूर होता है। 3 ग्राम पानी के साथ खाने से स्वप्नदोष ठीक हो जाता है।
नीम – कब्ज होने पर नीम की 10 ग्राम पत्तियां पीसकर पानी में मिलाएं और मुंह-अंधेरे इसी का एकाध कुल्ला करके पी जाएं। नीम का असर ठंडा है, मगर प्रतिक्रिया तेज और गर्म है। पेट स्वच्छ हो जायेगा।
शहद – 200 ग्राम गुनगुने दूध में 20 ग्राम शहद मिलाकर पी लें। कब्ज से शीघ्र ही छुटकारा मिल जायेगा।
आलूबुखारा, अंजीर और मुनक्का – तीनों को साफ करके रात्रि में कांच अथवा चीनी के बर्तन में भिगो दें। प्रात:काल उन्हें चबाकर खाने के बाद पानी पी लें। इससे कब्ज दूर होता है। लगातार सेवन करने से आंतों को बल मिलता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
चिरवा (चिड़वा) – चिरवा (चिड़वा) को दूध में भिगोकर चीनी मिलाकर सेवन करने से कब्ज दूर होता है। इसे दही के साथ खाने से दस्त ठीक हो जाता है।
इसबगोल – मलावरोध यानी कब्ज की शिकायत होने पर इसबगोल का प्रयोग दूध के साथ करना चाहिए।
तिल – 60 ग्राम तिल को कूटकर उसमें कोई मिष्टान्न (मीठा) मिला लें। इसे खाने से कब्ज का नाश होता है।
जायफल – जायफल के बारीक चूर्ण को गुड़ में मिलाकर मटर के बराबर गोलियां बना लें। कब्ज एवं अपच होने पर 2-2 घंटे के अंतर से दिन में चार-पांच गोली देने से आराम हो जाता है।
मेथी – यदि आंतों की कमजोरी के कारण कब्ज हो, तो 4-4 ग्राम मेथी का चूर्ण कुछ समय तक सुबह-शाम जल या गुड़ के साथ सेवन करें। पित्तज कब्ज से छुटकारा पाने के लिए सब्जी में मेथी के दाने अधिक डालकर खाना चाहिए।
हरड़ का मुरब्बा – कब्ज होने पर एक हरड़ का मुरब्बा रात्रि में खाकर ऊपर से गरम दूध पिएं। कुछ ही दिनों में लाभ हो जाएगा।
मुनक्का – नित्य रात को सोते समय 10 मुनक्के दूध में उबालकर सेवन करने से कब्ज दूर हो जाता है।
छुहारा – रात को चार नग छुहारे दूध में उबालकर खाने से कब्ज दूर हो जाता है। शरीर में रक्त, वीर्य एवं मांस की वृद्धि होती है। नव-स्फूर्ति बढ़ जाती है।
काला अंगूर – काले अंगूर के साथ 2-3 तोला काजू खाने से अजीर्ण या गर्मी के कारण होने वाला कब्ज दूर हो जाता है।
गुलकन्द – गरम दूध के साथ गुलकन्द का सेवन रात को सोते समय कुछ दिनों तक करने से पेट साफ होकर कब्ज मिट जाता है।
घी – एक गिलास गरम दूध में एक-दो चम्मच घी मिलाकर पीने से कब्ज ठीक हो जाता है और शौच खुलकर होता है।
मिश्री – सनाय की पत्ती 1.5 ग्राम तथा मिश्री 2 ग्राम-दोनों का सेवन रात को सोते समय दूध के साथ करने से कब्ज नहीं होता।
तांबे के बर्तन का जल – रातभर तांबे के बर्तन में रखे जल का सेवन प्रात:काल करना बहुत गुणकारी है। ऐसा दो गिलास जल मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दमा, खून की कमी, पीलिया, कब्ज, मूत्र विकार तथा अन्य रोगों में फायदेमंद सिद्ध होता है।
नमक – गरम पानी में नमक मिलाकर रात को पीने से कब्ज दूर होता है।