असम्पूर्ण दृष्टि, किसी वस्तु का केवल आधा भाग देख सकता है, रतिशक्ति की दुर्बलता, संगम के समय बहुत शीघ्र वीर्य स्खलन हो जाता है, ब्राइट्स डिजीज इत्यादि में टाइटेनियम होम्योपैथिक दवा अच्छा लाभ करता है। चर्म रोग और जुकाम में भी इस दवा का बाहरी उपयोग किया जाता है।
टाइटेनियम का आँखों से सम्बंधित लक्षण – इसमें रोगी किसी वस्तु का आधा भाग ही देख पता है, ऐसे में यह दवा लाभ करती है।
टाइटेनियम का सिर से सम्बंधित लक्षण – वस्तु का आधा भाग दिखाई देने के साथ चक्कर आता। है किडनी में जलन, नाक की सूजन इत्यादि में भी इस मेडिसिन से विशेष लाभ होता है।
टाइटेनियम का मेल रोग से सम्बंधित लक्षण – तुरंत वीर्यपात होने के लक्षण में यह दवा बहुत अच्छा काम करती है।
नोट – सेब में 0.11 प्रतिशत टाइटेनियम होता है, इसलिए हर दिन एक सेब का सेवन जरूर करें।
क्रम – टाइटेनियम की 6 शक्ति का प्रयोग अच्छा लाभ करता है।