कमर की पेशियों में वात का आक्रमण होने पर वहाँ पर दर्द होने लगता है, ऐसा प्रायः बारिश में भीग जाने पर या ठण्डी हवा लगने से होता है।
मैकरोटिनम 3x- डॉ० क्लार्क के कथनानुसार यह इस रोग की बहुत ही अच्छी दवा है, खासकर जब कमर की पेशियों में दर्द हो और दर्द की वजह से नोंद न आती हो ।
रसटॉक्स 200- वर्षा-पानी में भीगने या ठण्डी हवा लगने के कारण अगर कमर में दर्द हो तो यह दवा अच्छा लाभ दिखाती है । यह इस रोग की मुख्य दवा है ।
एकोनाइट 30- रोग की प्रथमावस्था में दें, खासकर जब ठण्डी व सूखी हवा लगकर रोग पैदा हुआ हो ।
एण्टिमोनियम टार्ट 30- हिलने-डुलने पर दर्द का बढ़ना, ठण्डा पसीना, पीठ की हड्डियों और कमर की हड्डियों में दर्द महसूस होने पर इस दवा का सेवन करने पर आशाजनक लाभ होता हैं ।
सिमिसिफ्यूगा 3,30- बहुत दर्द, बेचैनी, नीद न आना और खासकर कमर की पेशियों में वात होने पर इसका प्रयोग करना चाहिये ।
आर्निका 1M- चोट लगने के कारण कमर में दर्द हो तो इस दवा का सेवन करें, अवश्य लाभ होगा ।
सल्फर 200– रोग पुराना होने पर बीच-बीच में इस दवा का प्रयोग अवश्य करते रहना चाहिये ।