तिल्ली हमारे शरीर का एक ऑर्गन है जिसका काम हमारे रक्त को फिल्टर करना है, यह हमारे इम्यून सिस्टम का हिस्सा होता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं में से गंदगी को निकाल कर साफ करती है और उन्हें शरीर के बाकि हिस्सों में जाने देती है, जो खराब लाल रक्त कोशिकाएं बच जाती है उन्हें ये शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। तिल्ली एक बहुत ही आवश्यक ऑर्गन है हमारे शरीर का। किसी भी वजह से यदि हमारे तिल्ली का आकार बढ़ने लग जाये तो यह एक समस्या का रूप ले लेती है और इस समस्या को Splenomegaly या तिल्ली का बढ़ना कहते हैं।
तिल्ली के बढ़ने के कारण
- किसी भी प्रकार की एनीमिया के कारण
- किसी भी प्रकार के बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण
- Inflammation के कारण
- लाल रक्त कोशिकाओं के कम या अधिक होने के कारण
तिल्ली के बढ़ने के लक्षण
अगर हमारी तिल्ली 13 cm से अधिक बढ़ जाती है तो इसका अर्थ है कि हमें Splenomegaly की समस्या है। साथ में पेट में दर्द की समस्या भी हो जाती है, अल्ट्रासाउंड के द्वारा पता किया जा सकता है की आपको Splenomegaly है की नहीं।
तिल्ली की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा
Spleen Combination :- इसके लिए चार दवाइयों को मिलाना होता है। Ceanothus Americanus + Hydrastis canadensis + China + Ocimum Sanctum, इन चारों को मदर टिंचर में होम्योपैथिक दूकान से खरीद लें और एक कांच की सीसी में बराबर मात्रा में मिला कर रख लें।
दवा लेने की विधि :- इसका सेवन दिन में चार बार करना है। आधा कप पानी में आपको इसकी 20 बुँदे डालनी है। ये दवाई जल्द ही तिल्ली से सम्बन्धित सभी समस्याओं को दूर करता है साथ ही जिस कारण से तिल्ली की समस्या हुई है वो समस्या भी खत्म हो जाती है।
Natrum Mur 30 CH :- यह दवाई तिल्ली की समस्या में बहुत ही असरदार है। पेट के किसी समस्या के कारण तिल्ली बढ़ जाती है तो इस दवाई का प्रयोग किया जाता है।
दवा लेने की विधि :- इसकी रोज सुबह 2 बूंद लेनी है। साथ ही शराब और सेहत के लिए हनिकारक पदार्थों से भी दूर रहना है। इसका एक से दो महीने प्रयोग करें।
साथ ही साथ यह भी पता लगाए की किस कारण से आपको तिल्ली की समस्या हुई है और उसका भी साथ में इलाज करे।
इन दोनों दवाओं का सेवन एक से दो महीने तक अवश्य करें, तिल्ली (Spleen) से सम्बंधित समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी।