सबसे आम बीमारियों या रोगों में आँख आना या आँखों का संक्रमण माना जा सकता है, इस स्थिति में हमारी आँख लाल हो जाती है, आंख में जलन होती है व आँखों से पानी निकलता है। इसमें सुबह के समय आँखों में बहुत अधिक कीचड़ होता है। आँखों में जो सफेद हिस्सा होता है उसे Conjunctiva कहा जाता है। अगर आँख के इस हिस्से पर कीटाणुओं का हमला होता है तो conjunctiva में इन्फेक्शन हो जाता है जिससे आँखें लाल हो जाती है और आँखों में जलन होने लगती है। इस स्थिति में आँखों में खुजली होती है और आँखों से खूब पानी निकलने लगता है और सुबह के समय आँखों में खूब कीचड़ भरा रहता है। इसी समस्या को Acute Conjunctivitis कहा जाता है।
Acute Conjunctivitis के कारण
- यह समस्या आमतौर पर गर्मियों में अधिक होती है।
- यह अधिकतर कीटाणुओं और जीवाणुओं के कारण होता है।
- यह वायरस फैलता है, अगर किसी को आँखों में संक्रमण है तो उसके आस-पास के वातावरण में यह वायरस फैल जाते है और आस-पास के लोगों को भी यह संक्रमण हो सकता है।
- अगर आपको आँखों का संक्रमण है तो आँखों पर चश्मा पहन कर रखना चाहिए और समय-समय पर धोना चाहिए।
- यह समस्या एलर्जी के कारण भी होती है। अगर आपको किसी वस्तु से एलर्जी है तो भी यह संक्रमण हो सकता है।
Acute Conjunctivitis के लक्षण
Acute Conjunctivitis को pink Eye भी कहा जाता है, आँख इस दौरान हल्का लाल या गुलाबी रंग का हो जाता है। इन्फेक्शन के कारण ही ये लाली आ जाया करता है आँखों में। आँखों से बहुत अधिक पानी निकलता है और आँख में एक चुभन होती है, आँखों में हर समय लगेगा की कुछ चला गया है और आंख मसलने का मन करेगा। सुबह उठने पर बहुत अधिक कीचड़ आँखों में भरा होगा। कीचड़ के कारण सुबह आँख जल्दी खुलेगी भी नहीं। यह समस्या 7 से 10 दिन तक चलती है और फिर धीरे-धीरे ठीक हो जाती है।
Acute Conjunctivitis के लिए होम्योपैथिक दवाईयां
अगर आपको Acute Conjunctivitis हुआ है तो आँखों को थोड़ी-थोड़ी देर पर धोना चाहिए, मतलब हर आधे घंटे में आँखों को धोते रहना चाहिए। ऐसा करने से दुसरो को संक्रमण नहीं होता और आपके आखों का संक्रमण जल्दी ठीक होता है। इसके लिए कई सारी होम्योपैथिक दवाईयाँ आती है जिसकी सहायता से आँखों का संक्रमण जल्दी ठीक हो जाता है।
Euphrasia Officinalis 30 CH :- यह दवाई आँखों के संक्रमण के लिए ही बनाई जाती है। अगर आपकी आंख से बहुत पानी निकलता है, आँख लाल हो गई है साथ ही आँखों में जलन होती है तो यह दवाई बहुत फायदेमंद है। Euphrasia Officinalis 30 CH की दो-दो बूँद दिन में तीन बार पीनी है। अगर आँख में ज्यादा ही समस्या है तो आप हर एक घंटे में इसकी दो-दो बूँद पियें, आपको जल्दी आराम मिल जायेगा।
Belladonna 30 CH :- अगर आपके आँख बंद करने पर आँखों में गर्मी सी मासूस होती है, साथ ही आँखों में लाली और जलन है तो Belladonna इसके लिए बहुत असरदार दवाई है। यह कीटाणु और जीवाणु से होने वाले आखों के इन्फेक्शन के लिए बहुत ही फायदेमंद दवाई है। इसकी दो बूँद दिन में तीन बार पीनी है और अगर ज्यादा समस्या है तो हर एक घंटे में इसका सेवन करे।
Cineraria Maritima Eye Drop :- यह दवाई Dr.Reckeweg की है, और आँखों में डालने के लिए बहुत ही अच्छी दवाई है, इसके कोई side-effect भी नहीं है। इस drop से आपको बिल्कुल भी जलन नहीं होगी, यह drop न केवल Acute Conjunctivitis को ठीक करने के लिए बल्कि आँखों की दृष्टि क्षमता को बढ़ने में भी मददगार है। इसकी दो-दो बूँद दिन में तीन से चार बार आँखों में डालनी है।
ये तीनों ही दवाईयाँ आँखों के संक्रमण को ठीक करने के लिए कारगर है, बिना किसी Side-effect के। आप इसका सेवन तक तक करें जब तक आँख अच्छे से ठीक न हो जाये।
होमियोपैथी दवा से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उसके उत्तर :
प्रश्न : दो होमियोपैथी दवा के लेने में कितने समय का अंतर होना चाहिए ?
उत्तर : दो दवा के बीच में 10 से 15 मिनट का अंतर जरूर रखें।
प्रश्न : होम्योपैथिक दवा खाना खाने से पहले लें या बाद में ?
उत्तर : खाना खाने के एक घंटे पहले या एक घंटे बाद ले सकते हैं, इसमें पेट खाली होना जरुरी रहता है तभी दवा अच्छे से काम करता है।
प्रश्न : इस दवा का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं ?
उत्तर : बिलकुल नहीं, बिना संकोच के इस दवा का सेवन कर सकते हैं।
प्रश्न : कौन सी कंपनी का होम्योपैथिक दवा सबसे अच्छी रहती है ?
उत्तर : आप wsi, sbl, reckeweg इन तीनों में से किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, तीनों अच्छी कंपनी है।