IBS Ka Homeopathic ilaj
बहुत लोगों को खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही लैट्रिन जिसे शौच भी कहते हैं लग जाया करता है और वो टॉयलेट की तरफ भागते हैं। ऐसे लोगों को आमतौर पर दिन में कई-कई बार शौच के लिए जाना पड़ता है, फिर भी ऐसा लगता है कि पेट साफ नहीं हुआ। अगर ऐसा कभी-कभार होता है, तो ये कोई परेशानी नहीं है मगर यदि ये रोज की समस्या बन जाए, तो आपको किसी अच्छे चिकित्सक से सम्पर्क अवश्य करना चाहिए। खाना खाने के बाद तुरंत पॉटी लगना इस बात का संकेत है कि आपका पाचनतंत्र और लिवर गड़बड़ है, या आपको आईबीएस की समस्या है। तो इस लेख में हम IBS की समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा की चर्चा करेंगे।
आईबीएस अर्थात इरिटेबल बॉएल सिंड्रोम एक ऐसा विकार है जिसमे बड़ी आंत प्रभावित होती है। इसमें रोगी को कब्ज या बार-बार दस्त लगना, पेट में दर्द, गैस जैसी समस्याएं होती हैं।
इरिटेबल बॉएल सिंड्रोम में अधिकतर रोगी डॉक्टर के पास निम्नलिखित शिकायतें लेकर आते हैं –
- जब भी मैं नाश्ता या खाना खाता हूँ तो मुझे शौच के लिए जाना पड़ता है। हलकी पेट में मरोड़ जैसी होती है, और लैट्रिन लग जाता है।
- जब भी मै बाहर जाने को तैयार होता हूँ तो मुझे शौच के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है।
- जब भी चाय, दूध, या दूध से बनी कोई चीज खा लेता हूँ तो शौच के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है।
- एक बार में पेट साफ नहीं होता है जिससे बार बार टॉयलेट जाना पड़ता है।
कई बार कुछ खाते ही शौच के लिए जाना पड़ता है। बहुत से रोगियों को दिन में 7 या 8 बार या ज्यादा बार भी शौच के लिए जाना पड़ता है। जबकि कई बार अपने आप ही कब्ज भी हो जाता है। पेट में दर्द या ऐंठन महसूस होता है, उसके बाद झट से टॉयलेट को भागना पड़ता है, किसी को मल चिकिनाइ वाला थोड़ा सा निकलता है, किसी को फट-फट आवाज से गोली के रफ़्तार से मल निकलता है, किसी को झागदार, सही मल किसी को नहीं होता, आंव भी मिला रहता है, किसी-किसी को अन्न के दाने मल में मिलते हैं। तो ऐसे ही मल बार-बार होना और रोगी का कमजोर, दुबला-पतला होते जाना जैसे लक्षण दीखते हैं। एक केस की चर्चा भी कर रहा हूँ, एक पेशेंट मेरे पास आया उसने बताया की खाने खाते ही लैट्रिन होने की समस्या उसे करीब 9 महीने से हो रही है, दिन में 10 बार भी जाना पड़ जाता है। एलोपैथिक दवाइयां बहुत खाया आराम नहीं हुआ, बड़े-बड़े हॉस्पिटल का चक्कर काट चूका था। उसने बताया कि 9 महीने पहले वो बिलकुल ठीक था। उसने यह भी बताया की 9 महीने पहले उसे 4 -5 दिनों के लिए बुखार हुआ, दस्त भी हुए। उसने इनके लिए एलोपैथिक दवा ली जोकि की नोर्मल्ली बुखार में एंटीबायोटिक दिया जाता है, हम सभी जानते हैं। बुखार, दस्त सब ठीक हो गया और उसके बाद से उसे ऐसी समस्या पैदा हो गई। उसने बताया की दूध से बनी कोई भी चीज खाया नहीं की तुरंत शौच जाना पड़ता है, कुछ खाने पर भी जाना पड़ता है, घबराहट होती है तब भी पाखाना लग जाता है, कही जाना हो, बाहर, शादी में या यात्रा के लिए निकल रहा तो भी हाजत बन जाती है। मैंने सारा लक्षण समझा और उसे argentum nitricum की कुछ खुराक कुछ दिन लेने की सलाह दी, यकीन मानें 7 दिन में ही उसका 9 महीने का रोग जड़ से ठीक हो गया, इस समस्या को बीते भी 5 साल हो गए हैं परन्तु उसका मुझे कॉल भी आता है कि अब उसे ऐसी कोई समस्या नहीं है, पहले जैसा पूरी तरह स्वस्थ है। कोई-कोई पेशेंट भी आये जिन्होंने बताया की पहले मैं ठीक था पर जब से मुझे टायफायड हुआ उसके बाद से ही मुझे बार-बार शौच जाने की समस्या हो गई। तो टायफॉयड के बाद ऐसी समस्या पैदा हो जाती है।
Video On IBS
ज्यादा समय ना लेते हुए मैं होम्योपैथिक दवा बताऊंगा जिससे ये समस्या में बहुत आराम मिल जाता है।
होमियोपैथी से इस रोग को ठीक करने के लिए बहुत सारे लक्षण को देखना पड़ता है, क्योकि हर दवा का अपना-अपना खास लक्षण होता है। कुछ मुख्य दवा हैं जैसे Argentum Nitricum, Asafetida, Colocynthis, Lilium Tigrium, Lycopodium, Natrum Carbonicum, Nux Vomica, Podophyllum, Sulphur, Kali Phosphoricum, Aloe Socotrina, Antimonium Crudum, Veratrum Album जैसी कई दवाएं हैं जो इस रोग में दी जाती है। अब एक वीडियो में सभी के लक्षण को विस्तार से बता पाना मुश्किल है तो मैं एक कॉम्बिनेशन बताता हूँ जिसमे ये सारी दवा डाली हुई है। दवा का नाम है :-
Allen A70 Irritable Bowel Syndrome (IBS) Drops : – इसमें जो भी दवा का मैंने अभी जिक्र किया है सभी मिलाई हुई है। सभी दवा 3X पोटेंसी में और सिर्फ Lycopodium Q फॉर्म में डाली हुई है। अगर किसी को IBS की समस्या है तो वह Allen A70 की 10 से 15 बून्द आधे कप पानी में डाल कर दिन में 3 बार सेवन करें। इस कॉम्बिनेशन से रोगी को बहुत लाभ मिल जाता है। हाँ रोग जड़ से ठीक नहीं होगा, उसके लिए आपका सारा लक्षण, आपकी constitutional दवा पर खास धयान देना होगा, फिर रोग अवश्य जड़ से ठीक हो जायेगा। तत्काल आराम के लिए आप निःसंकोच Allen A70 का सेवन करें। इस दवा का मूल्य करीब 145 रुपये है। किसी भी होम्योपैथिक दूकान पर मिल जायेगा।
जड़ से ठीक होने के लिए किसी अच्छे होमियोपैथ से संपर्क करें, सारे लक्षण की चर्चा करें, रोग जड़ से अवश्य ठीक होगा।
IBS Case 2
एक 40 वर्षीय महिला ने “क्रोनिक” IBS की शिकायत के लिए मुझसे संपर्क किया। उन्होंने बताया कि पिछले 6-7 वर्षों से दिन में कम से कम 4-5 बार मोशन पास करना पड़ता है, खाना खाते ही वह खुद को रोक नहीं पाती, उसे तुरंत शौचालय जाना पड़ता है। जब भी उसे घर से बाहर जाना होता है तो सबसे पहले उसे स्टूल पास करना पड़ता है।
किसी बुरी खबर या किसी प्रकार की भावनात्मक उत्तेजना से उसे लैट्रिन लग जाता है। भले ही वह टेलीविजन पर किसी की मौत, हत्या के बारे में सुनती हो; उसे स्टूल पास करना पड़ता है। ऐसी खबरें सुनकर वह अपना दिमाग नहीं हटा पाती हैं। अचानक के घबराहट से उसे लैट्रिन लग जाता है, अचानक फ़ोन की रिंग बजी या दरवाजे को कोई खटखटाया तो लैट्रिन की हाजत हो जाएगी।
अगर कोई मेहमान आ जाए तो उसकी चिंता बढ़ जाती है। वह मेहमानों के आने से घंटों पहले उनकी तैयारी शुरू कर देती है। अगर किसी से मिलना हो तो जब तक मिल न ले एक तरह की एंग्जायटी बनी रहती है।
उसकी भूख अच्छी है, अच्छा खाती है। वह तीखा खाना जैसे पानी पुरी खाना पसंद करती है। उसकी प्यास अच्छी है। नींद में कोई परेशानी नहीं है। बहुत जल्दबाज है, इंतज़ार नहीं कर सकती।
रोगी के रुब्रिक को समझते हैं :-
- सबसे पहली बात कि वह अधीर और जल्दबाज है, इंतज़ार नहीं कर सकती।
- घबराहट, बुरी खबर और भावनात्मक उत्तेजना से शौच की हाज़त हो जाती है।
- समय निर्धारित होने पर चिंता और बेचैनी हो जाती है।
- Craving pungent foods अर्थात तीखा खाने की इच्छा होना
लक्षणों के आधार पर आप Arg nit को सबसे निकट पाएंगे।
ऐसे में Arg nit 30 की 2 बून्द दिन में 3 बार लेने की मैंने सलाह दी।
एक हफ्ते बाद ही उन्होंने बताया कि दवा लेने के बाद मुझे मल त्याग करने की कोई इच्छा नहीं हुई। मेरी 6-7 साल की समस्या एक हफ्ते में हल हो गई, मैं बहुत खुश हूं।
अब शौच दिन में एक बार, सामान्य रूप से होता है।
Arg nit में मीठा खाने की इच्छा अधिक होती है परन्तु तीखा खाने की इच्छा भी रहती है। मीठा खाने की इच्छा न रहने पर इस दवा को ठुकराया नहीं जा सकता, बाकी लक्षण को भी ध्यान में रखना चाहिए।